'इस दुनिया की हड्डियाँ खोल कर भी समस्या सुलझ नहीं सकती यह लाभ-लक्ष्य की अर्थवादिनी सत्ता की अनिवार समस्या है' (चुप रहो, मुझे सब कहने दो) गजानन माधव मुक्तिबोध
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'इस दुनिया की हड्डियाँ खोल कर भी समस्या सुलझ नहीं सकती यह लाभ-लक्ष्य की अर्थवादिनी सत्ता की अनिवार समस्या है' (चुप रहो, मुझे सब कहने दो) गजानन माधव मुक्तिबोध
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